Let’s see essay on Women Empowerment.
रूपरेखा –
– प्रस्तावना
– महिला सशक्तिकरण का अर्थ
– भारत में महिला सशक्तिकरण
– महिला सशक्तिकरण की आवश्यकता
– महिला सशक्तिकरण के लिए भारत सरकार द्वारा प्रयास
6- निष्कर्ष
प्रस्तावना
– प्राचीन समय से ही अर्थात सिंधु सभ्यता और वैदिक सभ्यता के समय काल में महिलाओं की स्थिति समाज में काफी अच्छी थी । लेकिन धीरे-धीरे समाज में पुरुषों को बढ़ावा मिलने लगा । एवं महिलाओं को नियम में दर्जा दिया जाने लगा और देखते-देखते भारत पुरुष प्रधान देश बन गया। महिला सशक्तिकरण का उद्देश्य महिलाओं को पुरुषों के समान दर्जा दिलाना एवं समाज में समानता रखना है । महिलाओं को पुरुषों के समान व्यवहार में लाने के लिए महिला सशक्तिकरण ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई ।
महिला सशक्तिकरण का अर्थ
–समाज में सभी महिलाओं को उनके अधिकार को प्राप्त करने लायक बनाना ही महिला सशक्तिकरण है। हर कोई महिला किसी ने किसी गुण से भरपूर होती हैं । महिलाओं की आर्थिक ,सामाजिक और शैक्षणिक योग्यता को सुधारने के लिए किया गया प्रयास महिला सशक्तिकरण है । साधारण शब्दों में देखें तो महिलाओं को पुरुषों के समान अधिकार प्राप्त करवाना महिला सशक्तिकरण है ।
भारत में महिला सशक्तिकरण
– भारत में महिलाओं पुरुषों में काफी अंतर हो रहा था । भारत में विशेष रूप से अशिक्षित ,कमजोर वर्ग ,पिछड़ी जनजातियों आदि में महिलाओं की स्थिति दयनीय है। इन क्षेत्रों की महिलाओं को अनेक परेशानियों का सामना करना पड़ता है ।इन समस्याओं से मुक्ति दिलाने के लिए भारत में महिला सशक्तिकरण की आवश्यकता हुई ।
महिला सशक्तिकरण की आवश्यकता
– हजारों सालों से महिलाओं पर अत्याचार , महिलाओं का शोषण किया जा रहा है । उन्हें उनके अधिकार नहीं मिल पा रहे हैं । महिलाओं की आवाज को पुरुषों द्वारा दबाया जा रहा है। उन्हें बोलने का मौका नहीं दिया जाता । हर रोज कोई ना कोई घटना मैडम के साथ घटित होती है , जो उनके स्वाभिमान के खिलाफ हो । इन्हीं घटनाओं को रोकने के लिए वह उन्हें उनके हक को अधिकार दिलाने के लिए महिला सशक्तिकरण की आवश्यकता पड़ती है ।
महिला सशक्तिकरण के लिए भारत सरकार द्वारा प्रयास
महिला सशक्तिकरण के लिए भारत सरकार द्वारा अनेक योजनाएं लागू की गई । जिसमें महिलाओं का विकास हो और उनका जीवन स्तर ऊंचा उठ सके –
1- बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ योजना – इस योजना ने कन्या शिक्षा पर बल दिया । और लड़कियों के बेहतर भविष्य के लिए उन्हें आर्थिक सहायता भी अनेक योजनाओं के तहत दी गई ।
2- इंदिरा गांधी मातृत्व सहयोग योजना – इस योजना के तहत गर्भवती महिलाओं को एवं स्तनपान कराने वाली महिलाओं को ,पहले दो बच्चों के जन्म तक वित्तीय सहायता प्रदान की जाती है ।
3- महिलाओं के लिए आरक्षण – केंद्र सरकार ने पंचायती राज संस्थानों में महिलाओं के लिए 50% आरक्षण की घोषणा की है ।
4- प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना – इस योजना के अंतर्गत गरीब महिलाओं को मुफ्त में गैस कनेक्शन दिया गया। ताकि उन्हें ईंधन के लिए कम कसरत करनी पड़े और वह स्वस्थ रहें ।
निष्कर्ष
-महिलाएं और पुरुष दोनों समाज के अंग है । दोनों का समाज में समान योगदान है । इसलिए महिलाओं को भी पुरुषों के समान अधिकार मिलने चाहिए । महिला सशक्तिकरण ने महिलाओं पर हो रहे अत्याचारों से छुटकारा दिलाने में काफी सहायता की ,साथ ही इससे महिलाओं का बौद्धिक विकास हुआ ।महिलाओं की कार्य कुशलता में वृद्धि हुई ,महिलाओं को भी पुरुषों के समान अधिकार प्राप्त हुए।
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