(1) प्रस्तावना (2) बिद्यार्थी जीवन में खेलों का महत्व (3) खेलों से लाभ (4)खेलों से बिद्यार्थीयों का भविष्य (5)निष्कर्ष ।
(1)-प्रस्तावना :- स्पोर्ट्स (खेल ) का अर्थ –खेल एक ऐसी क्रिया है जिसको खेलने से ब्यक्ति शारीरिक व मानसिक रूप से स्वस्थ रहता है । खेल बिभिन्न प्रकार के होते हैं जो की बिभिन्न नामों से जाने जाते है लेकिन खेल किसी भी प्रकार का हो वह ब्यक्ति के लिए लाभकारी ही होता है।।
(2) बिद्यार्थी जीवन में खेलों का महत्व :- बिद्यार्थी के लिये खेल अति आवश्यक हैं ।क्योंकि खेलों से ब्यक्ति का शरीर तो स्वस्थ्य रहता ही है साथ ही ब्यक्ति मानसिक रूप से भी स्वस्थ्य रहता है । जिसके परिणामस्वरूप ब्यक्ति बीमारियों से तो मुक्त रहता है । साथ अध्ययन में भी मन लगता है ।फलस्वरूप बिद्यार्थी पढ़ाई के क्षेत्र में अच्छे से अच्छे अंक प्राप्त करके उच्च शिक्षा ग्रहण करने में कामयााब होता है। इसीलिए कहा है स्वस्थ शरीर में ही स्वस्थथ मस्तिष्क का निर्मााण होता है।
(3) खेलों के लाभ :– बिभिन्न प्रकार के खेलों से ब्यक्ति तरह -तरह के लाभ प्राप्त करता है । खेलों से मानव का शरीर स्वस्थ्य होने के अलावा शरीर मजबूत बनता है । इसके अलावा ब्यक्ति अपने प्रत्येक काम को तेजी से पूरा कर लेता है । और किसी भी ब्यक्ति को प्रत्येक प्रकार के खेल खेलने आनन्द आता है मुख्यतः उस खेल में जो की ब्यक्ति का प्रसिद्ध खेल हो ।
(4)- खेलों से विद्यार्थियों का भविष्य :- देखा जाये तो खेलों से बिद्यार्थी का बहुत ही अच्छा भविष्य बन जाता है । जिसके लिए उनको किसी भी एक खेल में रूचि देकर बहुत ही मेहनत के साथ उस खेल में विजयी होना पड़ता है ताकि उस खेल से उसे एक अच्छी पहचान मिले, जिसके लिए बहुत ही ज्यादा मेहनत की जरुरत होती है । और जो ब्यक्ति मेहनत के साथ किसी खेल को खेलता ह वह धीरे -धेरे एक दिन अपने राज्य , व फिर आगे जाकर अपने देश के लिये एक बहुत अच्छे खिलाडी के रूप में साबित होता है ।और अच्छा प्रदर्शन कर अपने देश का और अपना नाम रोशन करता है ।और अपने जीवन को बहुत अच्छे रूप से ब्यतीत करता है । जिसके कुछ उदहारण है:- महेंद्र सिंह धोनी ,-सचिन तेंदुलकर , सानिया मिर्ज़ा और सायना नेहवाल आदि । इस प्रकार अनेक ऐसे खिलाडी है जिन्होंने अपने प्रशिद्ध खेलों जैसे- क्रिकेट ,टेनिस , बैडमिंटन अनेक प्रकार के खेलों को रूचि के साथ खेला और वर्तमान मे ये सभी पूरे विश्व में जाने जाते हैं जिन्होंने अपने देश के साथ-साथ अपना और अपने माता -पिता का नाम रोशन किया है । अर्थात खेलों से मनुष्य अपना अच्छा जीवन बना सकता है। और खुद की एक बहुत बड़ी पहचान देने में कामयाब हो सकता है ।
(5) निष्कर्ष :- उपयुक्त सभी तथ्यों का एक ही निष्कर्ष निकलता है की किसी भी ब्यक्ति को खाशकर बिद्यार्थी को स्पोर्ट्स (खेल) को नियमित रूप से व जरूरी रूप से खेलना चाहिए जो की ब्यक्ति के जीवन के लिए अत्यधिक जरुरी व लाभदायक है ।
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